A2Z सभी खबर सभी जिले की

छोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से भैंस का गर्भपात, पेट में पल रहे बछड़े की मौत


 

गांव में मची खलबली, ग्रामीणों ने की प्रशासन से कार्रवाई की मांग

संवाददाता: प्रभाकर मिश्र

कौशाम्बी। कौशाम्बी ब्लाक क्षेत्र में बेरौंचा गांव में छोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही ने एक पशुपालक की मेहनत पर पानी फेर दिया। बिना किसी जांच और अनुभव के इंजेक्शन लगाने से एक गर्भवती भैंस का गर्भपात हो गया और उसके पेट में पल रहे बछड़े की मौत हो गई। घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है और उन्होंने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। पशु को बुखार की दिक्कत थी, बुला लिया जुगराजपुर गांव सुशील कुमार देसी डॉक्टर है बेरौंचा गांव के प्रियंका देवी पत्नी देवेंद्र त्रिपाठी की भैंस पिछले आठ महीने से गर्भवती थी। बुधवार को भैंस को बुखार आने लगा तभी आसपास कोई पशु चिकित्सक न होने के कारण उन्होंने जुगराजपुर गांव के ही छोलाछाप पशू डॉ सुशील कुमार को बुला लिया, जो खुद को पशु डॉक्टर बताता है लेकिन किसी प्रकार की डिग्री या प्रशिक्षण नहीं रखता। बताया जा रहा है कि बिना किसी परीक्षण के उसने भैंस को छ: सुई लगा दी। कुछ ही देर में भैंस बेचैन हो गई और उसके बाद तेज दर्द में तड़पने लगी। कुछ घंटों के भीतर भैंस का गर्भपात हो गया और बछड़ा मृत निकला।पशुपालक सदमे में, आर्थिक नुकसान से टूटा परिवार,पशुपालक प्रियंका देवी पत्नी देवेंद्र त्रिपाठी का कहना है कि भैंस परिवार की आजीविका का बड़ा सहारा थी। दूध बेचकर घर चलता था।अब बछड़ा मर गया और भैंस की हालत भी खराब है। हमें तो बड़ा नुकसान हो गया, उन्होंने कहा। परिवार अब इलाज के लिए उधारी में पैसे जुटा रहा है। घटना के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव में इलाज के नाम पर जानवरों के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ग्रामीण सन्तोष ने कहा, “ऐसे लोगों को रोकना जरूरी है। ये जानवरों की नहीं, हमारे परिवार की रोजी-रोटी के साथ खेल रहे हैं। पशुपालक ने इस मामले की शिकायत पुलिस विभाग और पशुपालन विभाग को लिखित रूप से दी है। लेकिन अभी तक किसी अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर जांच नहीं की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो वे ब्लॉक मुख्यालय पर धरना देंगे।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!